'जिंदगीभर नहीं भूल सकता वह मोमेंट'
4 साल की उम्र में जब उसकी मां ने उसे पियानो लेकर दिया था तो वह खुशी से झूम उठी थी। वह वो दिन कभी नहीं भूलती। मुझे याद है कि यही पियानो बजाकर उसने मेरा बर्थडे सेलिब्रेट किया था। तब मेरी आंखों में खुशी के आंसू आ गए थे। दरअसल, एक बार में मद्रास में शूटिंग कर रहा था। पत्नी के काफी दबाव के बाद मैं दिनभर के लिए मुंबई आया था। लेकिन वह कहीं बाहर गई थी। उसे घर में न पाकर मैं नाराज बैठा था। बेटी ने पूछा पापा आप क्यों नाराज हैं? मैंने उसे वजह बताई तो उसने कहा-कोई बात नहीं है। मैं हूं न। फिर वह कमरे से पियानो लेकर आई और उसे बजा कर मुझे बर्थडे विश किया। तब वह सिर्फ 6 साल की थी। मैं जिंदगीभर वह मोमेंट नहीं भूल सकता।
इस बार उसके बर्थडे से 1 दिन पहले मैं बाहर जा रहा था। मैंने पूछा कि महारानी के लिए क्या गिफ्ट लेकर आऊं? तो वह मेरे गले लगकर बोली कि अगर मुझे वाकई गिफ्ट देना चाहते हो, तब आप अपनी हेल्थ का ध्यान रखो। इसके अलावा मुझे और कुछ नहीं चाहिए। मुझे मेरे पिताजी हेल्दी और उनकी लंबी उम्र चाहिए। ऐसा कहकर वह कर रोने लगी। वह चाहती है कि सब की सेहत अच्छी रहे। वह कहती है कि मुझे मटेरियल में कुछ भी नहीं चाहिए। क्योंकि मटेरियल से कुछ नहीं होता है। हमेशा माता-पिता की लंबी उम्र की दुआ मांगती है।
अनुशासन के मामले में वह नंबर एक है। इसे मैं अपनी ही देन कहूंगा। क्योंकि मैं शुरू से ही अनुशासित रहा हूं। अगर मेरी शूटिंग 9:00 बजे शुरू होनी होती है तो मैं 8:45 पर ही लोकेशन पर पहुंच जाता हूं। एक्सरसाइज, जॉगिंग, यह सब उसने मुझसे ही सीखा है। मां से उसे संस्कृति, पूजा-पाठ, अच्छी नीयत और आवाज मिली है।
श्रद्धा जब घर में होती है तो नाचती-कूदती रहती है। खूब मौज-मस्ती करती है। मूड होता है तो बाप के लिए सब कुछ करती है। किचन में काम भी करती है। वह सेंडविच, खिचड़ी, चपाती समेत बहुत कुछ बनाती है। उसमें बहुत गुण है। प्योर वेजीटेरियन है। साफ-सफाई का उसे बहुत शौक है। उसका कहना है कि सुबह उठकर मंजन करना चाहिए। हर काम करने के बाद हाथ धो लेना चाहिए। हर चीज फ्रेश ही खाना चाहिए। पेप्सी-कोकोकोला नहीं पीना चाहिए, क्योंकि ये हानिकारक होते हैं। फ्रेश जूस पीना चाहिए।
इंडस्ट्री में उसे 10 साल हो गए, जो बहुत अच्छे बीते। कोई लड़की अगर नंबर वन रोल और फिल्में कर रही है तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है? उसकी की हुई फिल्मों की बात करूं तो मुझे 'आशिकी 2' और 'छिछोरे' बहुत अच्छी लगी।