- पकड़ी गई 18 गाड़ियों में से चार गाड़ियां चंडीगढ़ से चोरी की गई हैं
- प्राथमिक स्तर पर क्राइम ब्रांच के सामने आया है कि इनका एक पूरा गिरोह सक्रिय है
चंडीगढ़. क्राइम ब्रांच ने दो डीलर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की 18 गाड़ियां बरामद की हैं।18 दिन पहले हुई गिरफ्तारी के बावजूद क्राइम ब्रांच चोरी करने वालों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अब देखना होगा कि क्राइम ब्रांच इन चोरों को कब तक पकड़ती है चूंकी जब तक वह गिरफ्त से बाहर हैं तब तक चोरी की वारदातें लगातार होती रहेंगी।
पकड़े गए डीलर की पहचान पुणे के रहने वाले आसिफ नूर मोहम्मद और अमृतसर के रहने वाले प्रभजोत सिंह के रूप में हुई है। दोनों को क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। प्राथमिक स्तर पर क्राइम ब्रांच के सामने आया है कि इनका एक पूरा गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह ऑर्डर पर कारें चोरी करता था। उन्होंने कुछ चोरों की पहचान कर ली है हालांकि अभी वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पकड़ी गई 18 गाड़ियों में से चार गाड़ियां चंडीगढ़ से चोरी की गई है।
एक्सिडेंट में टोटल लॉस गाड़ी खरीदते थे, फिर उसके दस्तावेजों पर बेचते थे चोरी की कार
पकड़ा गया आसिफ नूर मोहम्मद का काम हादसे में पूरी तरह से नष्ट हो चुकी कार को खरीदना था। वह कार को खरीदता था। इसके बाद वह चोरों के साथ संपर्क साध लेता था। जो भी नष्ट हुई कार को वह खरीदते थे उसी के मॉडल की अन्य कार को चोरी किया जाता था। फिर खरीदी गई कार का चैसी और इंजन नंबर चोरी की गाड़ी पर लगाकर उसे बेच दिया जाता था। बेचने का काम प्रभजोत का होता था।
2 करोड़ के वाहन, कई लोगों को बेच चुके थे
क्राइम ब्रांच ने कुल 18 लग्जरी गाड़ियां पकड़ी हैं। इनमें 2 फॉर्च्युनर , 3 इनोवा, 3 हॉन्डा सिटी, 2 क्रेटा, 2 वरना, 1 पजेरो, 1 स्विफ्ट डिजायर,1 बोलेनो और एक अॉल्टो शामिल हैं।
फोरेंसिक जांच के लिए भेजी जाएंगी गाड़ियां
पकड़ी गई गाड़ियों में से ज्यादातर गाड़ियां बिक चुकी थीं। बरामद गाड़ियों के चैसी नंबर बदल चुके हैं। उनके असली मालिकों की पहचान करने के लिए क्राइम ब्रांच अब फोरेंसिक जांच करवाएगी। इसके अलावा चोरों के पकड़े जाने के बाद ही पता लग पाएगा कि गाड़ी को कहां से चोरी किया गया है।