बॉलीवुड डेस्क. विकी कौशल की अगली फिल्म ‘भूत पार्ट 1 : द हॉन्टेड शिप’ हॉरर जोनर की है। धर्मा प्रोडक्शन की इस फिल्म को करने के लिए शुरुआत में विकी राजी नहीं थे। हालांकि, बाद में उनका विचार बदला और उन्होंने इसे साइन कर लिया। इसकी शूटिंग के दौरान उन्हें किन परेशानियों का सामना करना पडा। जानिए, उन्हीं की जुबानी...
"जब मैंने यह स्क्रिप्ट पढ़ी तो मैं इसे करने के लिए तैयार नहीं था। फिर मुझे एहसास हुआ कि अगर स्क्रिप्ट के लेवल पर ही मुझे डर लग रहा है तो यकीनन जब इस फिल्म की शूटिंग होगी, बैकग्राउंड म्यूजिक जोड़ा जाएगा और स्पेशल इफेक्ट्स डाले जाएंगे तो लोग डरेंगे और फिल्म को एक्सेप्ट करेंगे। यह मेरे कॅरिअर की ऐसी पहली फिल्म है जिसमें मुझे आइडिया ही नहीं था कि मुझे अपने कैरेक्टर के लिए किस तरह तैयारी करनी है।
कॉमेडी, रोमांस या इमोशन के लिए तो आप रिहर्सल कर लेते हैं लेकिन यहां क्या करना है इसका मुझे अंदाजा ही नहीं था। मुझे शूट करने के ठीक पहले बताया जाता था कि पांच कदम के बाद वह दरवाजा खुलेगा और उस मोमेंट पर आपको ऐसे रिएक्शन देना है। इस हाल में मुझे अपने एक्टिंग करने के तरीकों को बदलना पडा। इससे पहले यह होता था कि शूटिंग पूरी करने के बाद पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान मैं डायरेक्टर के साथ क्रिएटिव एक्सचेंज करता था।
यहां पहली बार मैं डायरेक्टर से ही पूछ रहा था कि भाई तुम बैकग्राउंड में म्यूजिक कैसा यूज करोगे? पता चला कि शूट के दौरान तो आपने रिएक्शन दे दिया लेकिन पोस्ट प्रोडक्शन में जाने के बाद बैकग्राउंड म्यूजिक कुछ और ही आ रहा है जो मेरे रिएक्शन से तालमेल ही नहीं खा रहा है। तो मुझे वह चीजें भी बहुत ध्यान में रखनी पड़ती थीं।
करण ने इस फिल्म को बनने के बाद इतनी बार देखा कि मत पूछिए। मैंने उनसे कहा भी कि आप इस फिल्म के लिए गलत ऑडियंस हो, क्योंकि डायरेक्टर को तो यह भ्रम हो जाएगा ना कि जब प्रोड्यूसर ही इतनी बार फिल्म देख रहा है तो यकीनन यह अच्छी बनी है। बहरहाल, मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे लगातार ऐसे किरदार निभाने का मौका मिल रहा है जिन्हें मैं करना चाहता हूं। अगली फिल्म ‘तख्त’ में भी मेरा जो रोल है वह किसी ड्रीम रोल से कम नहीं है।"
करण ने शेयर किया ‘भूत’ मोमेंट
फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौहर ने एक किस्सा साझा करते हुए बताया, ‘कुछ कुछ होता है’ की शूटिंग के दौरान स्कॉटलैंड में एक मॉन्स्टर की चर्चा हुआ करती थी। वहां मैं टाइटल सॉन्ग शूट करने वाला था। मेरे साथ फराह खान भी थीं। एक रात 10 बजे के आसपास फराह के कमरे के दरवाजे पर धड़ाम-धड़ाम की आवाज आने लगी। वह मिकी माउस वाले पजामे और नाइट सूट में थी। उसे देखकर फराह काफी डर गई और उन्हें लगा कि शायद यह वही मॉनस्टर है जिसकी चर्चा चल रही है। वो इतना डर गईं कि फिर मुझे उनके साथ रूम शेयर करना पड़ा। यही मेरी पूरी लाइफ का एकमात्र ‘भूत’ मोमेंट है।